माधुरी दीक्षित कई दशकों से हिन्दी फिल्मों में अभिनय करती आ रही हैं| वह लम्बे समय तक शीर्ष अभिनेत्री रहीं | आजकल फिल्मों से ज्यादा टीवी के रियलिटी शोज़ में नज़र आती हैं| माधुरी दीक्षित ने निर्देशक करिश्मा कोहली और बिजॉय नम्बियार की वेब सीरीज़ ‘The Fame Game’ के ज़रिए पहली बार OTT की तरफ रूख किया है|
इस सीरीज़ में माधुरी दीक्षित अपने जीवन से मिलते-जुलते किरदार में हैं| ‘The Fame Game’, बॉलीवुड में 30 सालों से अपनी ख़ूबसूरती और प्रतिभा के बलबूते टिकी रहने वाली एक सुपरस्टार की कहानी है| बेहद चमकदार सार्वजनिक जीवन से इतर जिसका व्यकितगत जीवन काफी जटिल और बदरंग है| अभिनेत्री की मुश्किलों और उनसे निकलने की कोशिशों के दौरान ‘फेम’ में बने रहने का ‘गेम’ भी खुलता जाता है|
‘The Fame Game’ Story in Hindi
अभिनेत्री अनामिका आनंद (माधुरी दीक्षित) बॉलीवुड की सुपर स्टार है| मीडिया के माध्यम से प्रशंसकों तक पहुँचने वाली अनामिका आनंद की जिंदगी, शान-शौकत भरी एक सपनीली दुनिया लगती है| जिसमें दौलत-शोहरत के साथ ही एक भरा-पूरा परिवार भी शामिल है|
सब कुछ अच्छा चल रहा था कि एक दिन अचानक अनामिका अपने घर से गायब हो गई| फिरौती के लिए फ़ोन नहीं आया तो यह बात तो साफ़ हो गई कि पैसों के लिए उसका अपहरण नहीं हुआ है| लेकिन वह कहाँ है, यह कोई नहीं जानता|
एक जानी-मानी अभिनेत्री की गुमशुदगी की घटना सनसनी बनकर मीडिया में फ़ैल गई| पुलिस पर चारों तरफ से दबाव बनना शुरू हो गया| केस सुलझाने की जिम्मेदारी ACP शोभा त्रिवेदी (राजश्री देशपांडे) को दी जाती है| ACP शोभा, इस मामले की तह तक जाने की कोशिश करती है| वह अनामिका के परिवार से पूछताछ करती है| धीरे-धीरे सुपरस्टार अनामिका आनंद की ज़िन्दगी की तहें खुलना शुरू होती हैं| एक दृश्य में अनामिका का बेटा कहता है, “सबको लगता है कि अनामिका आनंद की लाइफ परफेक्ट है, लेकिन यह सच नहीं है|” अनामिका के जीवन में ऐसा बहुत कुछ था, जो ऊपर से नज़र नहीं आता|
अनामिका कौन है?
‘अनामिका कहाँ है’ इस प्रश्न से शुरू हुई पुलिस की तलाश आधे सफ़र में ही ‘अनामिका कौन है’ की खोज में बदल जाती है| उसे जानने के तीन महत्वपूर्ण सूत्र थे, पहला परिवार, दूसरा उसका प्रेम और तीसरा फ़िल्मी कैरियर|
सबसे पहले बात परिवार की करते हैं| अनामिका के परिवार में पति निखिल मोरे (संजय कपूर), बेटा अविनाश (लक्षवीर सरन) और बेटी अमारा (मुस्कान जाफ़री) हैं| उसकी माँ अम्बिका आनंद (सुहासनी मुले) और हेल्पर लता (शुभान्ग्री लतकर) भी उनके साथ ही रहती हैं| इस परिवार का पूरा खर्चा और ऐशो-आराम की ज़िन्दगी अनामिका आनंद के दम पर चल रही थी|
बच्चों के जीवन में कई उलझने थी| समलैंगिक बेटा अपनी लैंगिक पहचान को लेकर गहरे मानसिक तनाव में रहता है| यहाँ तक की एक बार वह आत्महत्या की कोशिश भी कर चुका है| बेटी अमारा, माँ के आभामंडल तले घुटन महसूस करती है| हर जगह, हर कोई अनामिका आनंद से उसकी तुलना करता है| वह अभिनय में अपनी स्वतंत्र पहचान बनाना चाहती है, लेकिन इस काम के लिए ज़रूरी आत्मविश्वास उसके पास नहीं है| आर्थिक रूप से अनामिका पर आश्रित पति निखिल के साथ वैवाहिक सम्बन्ध में प्रेम नदारद है| रिश्ते इस कदर कटु हैं कि आए दिन निखिल उसके साथ हिंसक हो जाता है|
अतीत में पीछे छूट चुके प्रेम मनीष खन्ना (मानव कौल) की अनामिका के जीवन में वापसी होती है| मनीष (मानव कौल) के साथ वह अपनी बाकी बची हुई ज़िन्दगी गुज़ारने के सपने देखने लगती है| उसका यह सपना परिवार और संबंधों में उथल-पुथल ला देता है| उधर मनीष खन्ना अपने मानसिक स्वास्थ की समस्या से जूझ रहा था|
जहाँ तक कैरियर का प्रश्न है तो अनामिका के सामने तेज़ी से बदलते बाज़ार में अपनी जगह बनाये रखने की चुनौती थी| उसकी ढलती उम्र इस चुनौती को विकट बना रही थी| इंडस्ट्री में अपना सम्राज्य बनाए रखने के लिए मनीष खन्ना के साथ बनने वाली उसकी फ़िल्म का हिट होना ज़रूरी था|
क्या अनामिका की मौत हो गई?
अमारा के पास आए एक फ़ोन कॉल के सहारे पुलिस अनामिका आनंद तक पहुँचने की कोशिश करती है| जिस जगह से वह फ़ोन आया था, वहाँ पहुँच कर पुलिस को जो सबूत मिलते हैं उनसे अनामिका की मौत होने का अंदेशा मिलता है| मीडिया में अनामिका आनंद की हत्या की खबरें चलने लगती है| मनीष खन्ना खुद को उसकी मौत का जिम्मेदार मानते हुए एक ट्विट करने के बाद आत्महत्या कर लेता है| बेटे अवि के प्रेस में दिए बयान के आधार पर निखिल मोरे को अनामिका के साथ हिंसा करने के लिए गिरफ्तार कर लिया जाता है|
क्या अनामिका आनंद वास्तव में मर चुकी है? इस सवाल का जवाब शोभा त्रिवेदी को अनामिका की एक फ़िल्म देखते हुए मिलता है| उस फ़िल्म में अनामिका एक आदमी के साथ ठीक उसी तरह से लड़ रही थी, जैसा एक चश्मदीद गवाह ने बताया था| उसने अनामिका को अपहरणकर्ता के साथ मुठभेड़ करते देखा था| अब शोभा के सामने सब कुछ साफ़ था| अनामिका आनंद न केवल जिंदा थी बल्कि अपहरण का यह सारा प्लान उसने खुद रचा था| लेकिन क्यूँ?
गायब होने की योजना बनाकर अनामिका ने अपनी सारी समस्याओं का एक झटके में समाधान कर लिया था| दुर्व्यवहार करने वाले पति को सबक सिखाया और जेल भिजवाया दिया| गायब होने के बहाने जो हंगामा खड़ा किया उससे स्टारडम की फीकी पड़ती चमक में फिर से तेजी आ गई| अनामिका आनंद और मनीष खन्ना के साथ घटी त्रासदी ने जनता में सहानुभूति की लहर पैदा कर दी| दर्शक इनकी आखिरी फ़िल्म देखने के लिए सिनेमाघरों में उमड़ पड़े|
The Fame Game’ Ending Explained: क्या अमारा नई अनामिका बनने की राह पर है?
आखिरी एपिसोड में यह रहस्य खुलता है कि अनामिका की इस योजना में अमारा उसकी राज़दार थी| घर में होने वाली सारी बातें और पुलिस की गतिविधियों की जानकारी अमारा उस तक पहुँचा रही थी| सब कुछ अनामिका की प्लानिंग के हिसाब से चल रहा था| वह अमारा को अपना आखिरी दांव बताती है| बाहर निकल कर गायब होने के इस पूरे नाटक का सूत्रधार वह अपने एक सिरफ़िरे फैन को बनाने वाली थी, जिसका नाम माधव था| अमारा माधव को प्यार करती थी| अमारा अपनी मां को नाम, ख्याति और प्रतिष्ठा बचाने के लिए हर किसी का इस्तेमाल करते हुए देख क्षुब्ध हो जाती है|
एक दृश्य में अनामिका, अमारा को फ़िल्म इंडस्ट्री में सफल होने के गुर बताते हुए कहती है कि कभी भी किसी को भी अपनी महत्वकांक्षाओं के बीच मत आने देना| अब अमारा ‘सुपरस्टार अनामिका आनंद’ बनने के अपने सपने की राह में खुद अपनी माँ अनामिका को भी आड़े नहीं आने देना चाहती और उसे कैद कर लेती है| बाहर की दुनिया में यूँ भी अनामिका सबके लिए मर चुकी थी|
यहाँ हम अमारा में एक नई अनामिका का जन्म होते देखते हैं| यह महज संयोग नहीं है कि आखिरी के दृश्यों में अमारा लाल रंग की लगभग उसी तरह की पार्टी ड्रेस में नज़र आती है जैसी ड्रेस अनामिका ने अपने गायब होने से पहले एक फिल्म समारोह में पहना था| फेम गेम की यह नई खिलाड़ी अपनी माँ की मौत से उपजी सहानुभूति की लहरों पर सवार होकर सफलता की बुलंदी पर पहुँचने को तैयार है|
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एक बॉलीवुड सुपरस्टार की ग्लैमरस ज़िन्दगी की हक़ीकत दिखाती वेब सीरीज़ ‘The Fame Game’ का पहला सीज़न आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं|