निर्देशन कार्तिक नरेन की फ़िल्म “Maaran”तमिल भाषा में बनी एक्शन थ्रिलर है| Disney+ Hotstar पर अंग्रेजी सबटाइटल के साथ मज़े से देखी जा सकती है| तमिल फ़िल्मों के साथ ही हिन्दी भाषी दर्शकों के बीच खासे लोकप्रिय अभिनेता धनुष फ़िल्म के नायक हैं|
“Maaran” फ़िल्म का हीरो, पत्रकारिता के पेशे को आदर्शों के माध्यम से साधने की कोशिश करता है| उसकी इन कोशिशों की कीमत परिवार को चुकानी पड़ती है| सिद्धांतों के साथ ही अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने की चुनौती भी उसके सामने खड़ी है|
‘Maaran’ Plot Summary In Hindi
सत्यमूर्ति (रामकी) एक आदर्शवादी और ईमानदार खोजी पत्रकार हैं| एक रसूखदार व्यक्ति के स्कूल से सम्बंधित घोटाले को सामने लाने की वजह से उसकी हत्या कर दी जाती है| मरने से पहले वह अपने बेटे मारन को ईमानदार होने के साथ ही सामर्थ्यवान बनने की शिक्षा दे जाते हैं, जिससे कि वह पत्रकारिता के वसूलों के साथ अपने प्रियजनों की रक्षा भी कर सके| जिस दिन पिता की हत्या हुई, उसी दिन मारन की माँ की प्रसव के दौरान मृत्यु हो जाती है| अब वह और उसकी नवजात बहन ही एक दूसरे का परिवार हैं| मारन अकेले अपनी बहन श्वेता को पालता-पोसता है| वह खुद भी पढ़ता है और अपनी बहन को पढ़ाता-लिखाता है| बचपन में एक बार गिरने की वजह से श्वेता के हाथ में चोट लग गई थी| डॉक्टर ने ऑपरेशन कर उसके हाथ में मेटल की प्लेट डाल दी थी|
बड़े होकर मारन (धनुष), अपने पिता की तरह द न्यूज़ नाम के मिडिया हाउस में पत्रकार की नौकरी करने लगता है| समय के साथ एक उभारते हुए खोजी पत्रकार के रूप में उसे प्रसिद्धि मिलने लगी| प्रसिद्धि के साथ ही मारन की ज़िन्दगी तारा (मालविका मोहन) के रूप में प्रेम भी आता है| वह दोनों ऑफिस में साथ काम करते थे|
पुलिस ऑफिसर अर्जुन (कृष्णकुमार बालासुब्रमण्यम) मारन के स्कूल के दिनों का पुराना दोस्त है| अर्जुन उसे पूर्वमंत्री पज्हानी (समुथिराकानी) के बारे में बताता है| पज्हानी EVM मशीन की अदलाबदली कर उपचुनाव जीतने की योजना बना रहा था| अर्जुन मारन को पज्हानी का भंडाफोड़ करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन करने को कहता है| स्टिंग ऑपरेशन से EVM मशीन की अदलाबदली की ख़बर पुख्ता होती है| अगले दिन यह खबर मीडिया में छा जाती है| पज्हानी अपना खेल बिगड़ते देख, मारन के पास मौजूद सबूत हासिल करने के लिए हाथ धोकर उसके पीछे पड़ जाता है|
कहानी को मोड़ देने वाली घटना
एक दिन अचानक मारन के पास फ़ोन आता है कि श्वेता का अपहरण हो गया| अपहरणकर्ता ने मारन को एक निर्माणाधीन ईमारत में मिलने के लिए बुलाया| जब वह वहाँ पहुँचता है तो उसे कुर्सी से बंधी एक लड़की नज़र आती है, जो आग में झुलस रही थी| लड़की बुरी तरह जल चुकी थी| कान के झुमके देख कर मारन श्वेता को पहचान पाता है| बहन की मौत की घटना ने उसे तोड़ कर रख दिया| वह पूरी तरह से नशे में धुत रहने लगा| इस दौरान तारा लगातर मारन को संभालती, समझाती रही| जब वह बहन के जाने के सदमे से थोड़ा संभला तो उसके जहन में यही प्रश्न बार-बार उठ रहे थे कि श्वेता को किसने और क्यों मारा?
‘Maaran’ Ending Explained: श्वेता को किसने और क्यों मारा?
श्वेता जब गायब हुई, उस दिन वह अपने बॉयफ्रेंड से मिलने के लिए घर से निकली थी| मारन श्वेता के बॉयफ्रेंड से मिलता है| पहले तो वह कुछ भी बताने में आनाकानी करता रहा, फिर बताता है कि वह दोनों साथ में थे जब श्वेता का अपहरण हुआ| उसे किसी ने पीछे से धक्का मार कर गिरा दिया गया था इसलिए वह अपहरणकर्ता को तो देख नहीं पाया| लेकिन उसे याद था कि अपहरणकर्ता नीले रंग की फिएस्टा में आया था और कान में हियरिंग एड पहन रखा था|
मारन यह जानकारी पुलिस को देता है| खोजबीन के कुछ तार पूर्वमंत्री पज्हानी से भी जुड़ रहे थे| पज्हानी से मिलने के बाद मारन को यकीन हो गया था कि श्वेता को उसने अगवा नहीं करवाया है| अगर श्वेता का क़त्ल पज्हानी ने करवाया तो किसने कराया?
पार्थिबन कौन है और उसकी मारन से क्या रंजिश है?
नीले रंग की फिएस्टा की खोज मारन को पार्थिबन (अमीर) तक ले जाती है| पार्थिबन और मारन के बीच जमकर लड़ाई हुई| लहूलूहान पार्थिबन कहता है कि तुम मुझे मार भी डालो तब भी तुम्हारी बहन जिंदा तो नहीं हो जाएगी| इस जगह पर मारन पहली बार यह रहस्योद्घाटन करता है कि उसे मालूम है कि श्वेता मरी नहीं है| वह यह बात इसलिए कह सकता है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लाश के हाथ के भीतर किसी मेटल प्लेट का ज़िक्र नहीं था|
अगर श्वेता ज़िन्दा है तो कहाँ है? पार्थिबन श्वेता की मौत का नाटक क्यूँ कर रहा था? इन प्रश्नों के जवाब के लिए कहानी फ़्लैशबैक में जाती है| सूजा पार्थिबन की एकलौती बेटी थी| उसकी और श्वेता की उम्र लगभग समान होगी| सूजा का मन मेडिकल की पढ़ाई करने का था| इतनी महँगी पढ़ाई कराने के लिए पार्थिबन के पास रुपए नहीं थे| पज्हानी के लोग पार्थिबन को EVM मशीन गायब करने के बदले बहुत सा पैसा देने वाले थे| लेकिन मारन के स्टिंग ऑपरेशन की वजह से यह खबर सूजा तक पहुँच गई| वह अपने पिता को बहुत अच्छा आदमी समझती थी| पिता के किये गए गलत कामों को सुधारने के लिए वह EVM मशीन पुलिस के हवाले कर देती है| पार्थिबन समझ जाता है कि अब शहर में रहना सेफ नहीं है| वह सूजा से सामान बांधने के लिए कह कर ज़रूरी काम से बाहर चला गया| वापस आने पर पार्थिबन को सूजा आग की लपटों में घिरी मिली| फ़िल्म में दिखाया नहीं गया है लेकिन स्पष्ट है कि पज्हानी के लोगों ने सूजा को ज़िन्दा जला दिया था| पार्थिबन इस त्रासदी के लिए मारन को जिम्मेदार समझता था क्योंकि स्टिंग ऑपरेशन की वजह से ही उसकी ज़िन्दगी में सारी चीज़ें बिगड़ी थी | पार्थिबन मारन को अपनी पीड़ा का अहसास कराना चाहता था| अंत में वह मारन को श्वेता का पता दे देता है|
तमिल सुपरस्टार धनुष की फ़िल्म “Maaran” Disney+ Hotstar पर इंग्लिश सबटाइटल के साथ देखी जा सकती है|